उत्तर प्रदेश में सबसे कम घनत्व वाले सोनभद्र के मुख्यालय राबर्ट्सगंज में स्थिति शासकीय महिला महाविद्यालय ने अपने स्वल्प इतिहास में अपनी पहचान स्थापित कर ली है । वर्तमान में उच्च शिक्षा एवं मुख्यालय में राजकीय महिला महाविद्यालय की आवश्यकता को देखते हुए जनप्रतिनिधियों की सक्रियता से सन् २००८ ईस्वी में महाविद्यालय का आरम्भ हुआ । इस स्थल पर महाविद्यालय न होने के कारण यहाँ की छात्राएं उच्च शिक्षा से वंचित हो जाती थी किन्तु अब ऐसा नहीं हैं । छात्राओं में उच्च शिक्षा की ललक होने के कारण महाविद्यालय अपने नवनिर्मित भवन में छात्राओं को बेहतर शिक्षण के लिए कटिबद्ध हैं ।यही कारण है कि प्रारम्भ में इस महाविद्यालय में लगभग १५०० छात्राओं का प्रवेश हुआ था जो छात्राओं की शिक्षा की दृष्टि से रेखांकित किया जाना चाहिए ।
Expcept the urban population of the sonebhadra distric of uttar pradesh, Most of them live here in villages & The mainstream of development is heading towards progress. Due to lack of girls collage in robertsganj , Uttar pradesh government established Rajkeeya Mahila Mahavidyalaya Robertsganj Sonebhadra in 2008 to provide higher education to the mainstream of the students . And the academic session was started in the rent house.Despite the lack of full resources after the establishment, cultural & social work are being concluded with unprecedented success as a results of unprecedented life in our collage, princple & students themselves.
Our college is located at Varanasi on shakti nagar road, 3 k.m. from robertsganj roadways bus depot & two hundred meters from highway road behind chhapka (sadar) block & The positions are next to the DIOS Office.
उत्तर प्रदेश में सबसे कम घनत्व वाले सोनभद्र के मुख्यालय राबर्ट्सगंज में स्थिति शासकीय महिला महाविद्यालय ने अपने स्वल्प इतिहास में अपनी पहचान स्थापित कर ली है । वर्तमान में उच्च शिक्षा एवं मुख्यालय में राजकीय महिला महाविद्यालय की आवश्यकता को देखते हुए जनप्रतिनिधियों की सक्रियता से सन् २००८ ईस्वी में महाविद्यालय का आरम्भ हुआ । इस स्थल पर महाविद्यालय न होने के कारण यहाँ की छात्राएं उच्च शिक्षा से वंचित हो जाती थी किन्तु अब ऐसा नहीं हैं । छात्राओं में उच्च शिक्षा की ललक होने के कारण महाविद्यालय अपने नवनिर्मित भवन में छात्राओं को बेहतर शिक्षण के लिए कटिबद्ध हैं ।यही कारण है कि प्रारम्भ में इस महाविद्यालय में लगभग १५०० छात्राओं का प्रवेश हुआ था जो छात्राओं की शिक्षा की दृष्टि से रेखांकित किया जाना चाहिए ।
महाविद्यालय में अध्ययन-अध्यापन की समुचित व्यवस्था की जा रही है ।अभी तक इस महाविद्यालय में बी. ए. के सात विषयों (हिन्दी, संस्कृत,अंग्रेजी, राजनीतिशास्त्र,अर्थशास्त्र, समाजशास्त्र, गृहविज्ञान)की कक्षाएं संचालित की जा रही है । महाविद्यालय में आई.क्यूँ. ए.सी. का गठन एवं संगणक(कम्प्यूटर)की समुचित व्यवस्था की गई हैं ।रोजगार परक कक्षाएं प्रारम्भ करने की योजना महाविद्यालय की है । इस प्रकार छात्राएँ प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं में पीछे न रह जाय इसलिये इतिहास, दर्शन आदि विषयों को स्नातक स्तर पर प्रारंभ करने की मांग की गई हैं एवं सात विषयों में परास्नातक करवाने के लिए महाविद्यालय प्रयासरत हैं । अतः महाविद्यालय उच्च शिक्षा के क्षेत्र में तत्कालीन आवश्यकताओं एवं अपेक्षाओं को पूर्ण करने के लिए प्रयासरत एवं कृतसंकल्पित है ।
छात्राओं में पवित्रता एवं जीवन की सद्भावना, चरित्र का निर्माण, व्यक्त्तित्व का विकास , नागरिक एवं सामाजिक कर्तव्यों का विकास, संस्कृति संरक्षण आदि का समावेश हो । इसलिए उपर्युक्त तत्वों के समावेश के लिए महाविद्यालय निरन्तर प्रयासरत है ।
मैं महाविद्यालय की समस्त छात्राओं के उज्जवल भविष्य की कामना करती हूँ ।
डॉ० वंदना
(प्रभारी प्रधानाचार्या)