Deputy Chief Minister of Uttar Pradesh
Director Higher Education of Uttar Pradesh
Regional Higher Education Officer of Varanasi
उत्तर प्रदेश में सबसे कम घनत्व वाले सोनभद्र के मुख्यालय राबर्ट्सगंज में स्थिति शासकीय महिला महाविद्यालय ने अपने स्वल्प इतिहास में अपनी पहचान स्थापित कर ली है । वर्तमान में उच्च शिक्षा एवं मुख्यालय में राजकीय महिला महाविद्यालय की आवश्यकता को देखते हुए जनप्रतिनिधियों की सक्रियता से सन् २००८ ईस्वी में महाविद्यालय का आरम्भ हुआ । इस स्थल पर महाविद्यालय न होने के कारण यहाँ की छात्राएं उच्च शिक्षा से वंचित हो जाती थी किन्तु अब ऐसा नहीं हैं । छात्राओं में उच्च शिक्षा की ललक होने के कारण महाविद्यालय अपने नवनिर्मित भवन में छात्राओं को बेहतर शिक्षण के लिए कटिबद्ध हैं ।यही कारण है कि प्रारम्भ में इस महाविद्यालय में लगभग १५०० छात्राओं का प्रवेश हुआ था जो छात्राओं की शिक्षा की दृष्टि से रेखांकित किया जाना चाहिए ।
महाविद्यालय में अध्ययन-अध्यापन की समुचित व्यवस्था की जा रही है ।अभी तक इस महाविद्यालय में बी. ए. के सात विषयों (हिन्दी, संस्कृत,अंग्रेजी, राजनीतिशास्त्र,अर्थशास्त्र, समाजशास्त्र, गृहविज्ञान)की कक्षाएं संचालित की जा रही है । महाविद्यालय में आई.क्यूँ. ए.सी. का गठन एवं संगणक(कम्प्यूटर)की समुचित व्यवस्था की गई हैं ।रोजगार परक कक्षाएं प्रारम्भ करने की योजना महाविद्यालय की है । इस प्रकार छात्राएँ प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं में पीछे न रह जाय इसलिये इतिहास, दर्शन आदि विषयों को स्नातक स्तर पर प्रारंभ करने की मांग की गई हैं एवं सात विषयों में परास्नातक करवाने के लिए महाविद्यालय प्रयासरत हैं । अतः महाविद्यालय उच्च शिक्षा के क्षेत्र में तत्कालीन आवश्यकताओं एवं अपेक्षाओं को पूर्ण करने के लिए प्रयासरत एवं कृतसंकल्पित है ।
डा.वत्सला दयाल
Government Girls Degree College, Robertsganj, Sonbhadra established in the year 2007
The college is fully committed to serve as a valuable resource for industry and society and to remain a source of pride for all Indians.
The college has the potential to become the premier educational institution in the realm of higher education
उत्तर प्रदेश में सबसे कम घनत्व वाले सोनभद्र के मुख्यालय राबर्ट्सगंज में स्थिति शासकीय महिला महाविद्यालय ने अपने स्वल्प इतिहास में अपनी पहचान स्थापित कर ली है । वर्तमान में उच्च शिक्षा एवं मुख्यालय में राजकीय महिला महाविद्यालय की आवश्यकता को देखते हुए जनप्रतिनिधियों की सक्रियता से सन् २००८ ईस्वी में महाविद्यालय का आरम्भ हुआ । इस स्थल पर महाविद्यालय न होने के कारण यहाँ की छात्राएं उच्च शिक्षा से वंचित हो जाती थी किन्तु अब ऐसा नहीं हैं । छात्राओं में उच्च शिक्षा की ललक होने के कारण महाविद्यालय अपने नवनिर्मित भवन में छात्राओं को बेहतर शिक्षण के लिए कटिबद्ध हैं ।यही कारण है कि प्रारम्भ में इस महाविद्यालय में लगभग १५०० छात्राओं का प्रवेश हुआ था जो छात्राओं की शिक्षा की दृष्टि से रेखांकित किया जाना चाहिए ।
महाविद्यालय में अध्ययन-अध्यापन की समुचित व्यवस्था की जा रही है ।अभी तक इस महाविद्यालय में बी. ए. के सात विषयों (हिन्दी, संस्कृत,अंग्रेजी, राजनीतिशास्त्र,अर्थशास्त्र, समाजशास्त्र, गृहविज्ञान)की कक्षाएं संचालित की जा रही है । महाविद्यालय में आई.क्यूँ. ए.सी. का गठन एवं संगणक(कम्प्यूटर)की समुचित व्यवस्था की गई हैं ।रोजगार परक कक्षाएं प्रारम्भ करने की योजना महाविद्यालय की है । इस प्रकार छात्राएँ प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं में पीछे न रह जाय इसलिये इतिहास, दर्शन आदि विषयों को स्नातक स्तर पर प्रारंभ करने की मांग की गई हैं एवं सात विषयों में परास्नातक करवाने के लिए महाविद्यालय प्रयासरत हैं । अतः महाविद्यालय उच्च शिक्षा के क्षेत्र में तत्कालीन आवश्यकताओं एवं अपेक्षाओं को पूर्ण करने के लिए प्रयासरत एवं कृतसंकल्पित है ।
डॉ० वंदना
(प्रभारी प्रधानाचार्या)